Tuesday, September 22, 2015

पहली मिस इंडिया कौन थीं?

पहली मिस इंडिया कौन थीं? अब तक कितनी मिस इंडिया विश्व सुंदरी बनी हैं..?

माना जाता है कि पहली मिस इंडिया एस्थर अब्राहम थीं, जो 1947 में चुनी गईं. उन्होंने प्रमिला नाम से फिल्मों में भी काम किया. अलबत्ता पहली बार मिस युनीवर्स में भारत की ओर से भाग लेने 1952 में गईं इन्द्राणी रहमान. मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में पहली बार 1959 में हिस्सा लेने गईं फ्लोर एज़ीकेल. 1966 में पहली बार किसी भारतीय स्त्री को विश्व प्रतियोगिता जीतने का मौका मिला जब रीता फारिया मिस वर्ल्ड बनीं. इसके बाद 1994 में ऐश्वर्या राय, 97 में डायना हेडेन, 99 में युक्ता मुखी और 2000 में प्रियंका चोपड़ा मिस वर्ल्ड बनीं. इसी तरह1994 में सुष्मिता सेन और 2000 में लारा दत्ता मिस युनीवर्स बनीं. सन 2010 में निकोल फारिया मिस अर्थ बनीं. मिस एशिया पैसिफिक में भी भारतीय सुन्दरियों को पुरस्कार मिले हैं. सन 1970 में ज़ीनत अमान, 1973 में तारा अन्ना फोनेस्का और 2000 में दिया मिर्ज़ा मिस एशिया पैसिफिक बनीं. अब तक कि भारतीय विश्व सुंदरियों की सूची लम्बी बनेगी. यों भी विश्व सुंदरी की कोई एक प्रतियोगिता नहीं होती.

हमें हिचकी क्यों आती है?


हिचकी का कारण होता है अचानक डायफ्राम में ऐंठन आना. फेफड़ों में अचानक हवा भरने से कंठच्छद(एपिग्लॉटिस) बंद हो जाता है. इससे हिच या हिक् की आवाज आती है. इसीलिए इसें अंग्रेजी में हिक-अप कहते हैं. हिचकी जब आती है तब कई बार आती है. हिचकी एक शारीरिक दोष के कारण भी आती है. उसे सिंग्युलटस कहते हैं. हिचकी आने की कई वजहें हैं. जल्दी-जल्दी खाना, बहुत गर्म या तीखा खाना, हँसना, खाँसना भी हिचकी का कारण बनता है. शराब पीने और धूम्रपान से भी आती है. इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस भी हिचकियाँ पैदा करता है. श्वसन पर रिसर्च करने वाले एक ग्रुप का कहना है कि मानव शरीर के विकास का एक लक्षण हिचकी है. पानी के अंदर रहने वाला मेढक पानी और हवा को उसी तरह घुटकता है जैसे हम हिचकी लेते हैं. अक्सर समय से पहले जन्मे शिशु जन्म लेते ही कुछ समय तक हिचकियाँ लेते हैं. हिचकियाँ काफी छोटे समय तक रहतीं हैं. पानी पीने से शरीर की सामान्य क्रिया जल्द वापस आ जाती है.

क्या बरसात में नदियों की तरह समंदर में भी पानी बढ़ जाता है..?

समुद्र में पानी की मात्रा इतनी ज्यादा होती है कि उसमें बढ़ना घटना आप समझ नहीं पाएंगे. दूसरे जो पानी बारिश बनकर गिरता है वह भी समुद्र से भाप बनकर उठता है. वापस वह फिर समुद्र में पहुँच जाता है. इसका एक चक्र है, जो चलता रहता है. कभी यहाँ बारिश होती है, कभी ऑस्ट्रेलिया में और कभी यूरोप में. अलबत्ता धरती के लगातार गर्म होने और ग्लेशियरों के पिघलने से समुद्र स्तर बढ़ रहा है। हाल में खबर थी कि अगले सौ साल में मुम्बई का काफी बड़ा इलाका पानी में चला जाएगा.

क्या सफेद बाघ की तरह सफेद हाथी भी होते हैं? क्या खासियत होती है इनकी?

दक्षिण पूर्व एशिया के थाईलैंड, म्यांमार, लाओस और कम्बोडिया आदि में सफेद हाथी भी मिलते हैं. इनकी संख्या कम होने के कारण इन्हें महत्वपूर्ण माना जाता है. राजा महाराजा ही इन्हें रखते हैं. हिन्दू परम्परा में सफेद हाथी ऐरावत है इन्द्र की सवारी. पवित्र होने के नाते इस इलाके में सफेद हाथियों से काम भी नहीं कराते. हाथी रखना यों भी खर्चीला काम है, इसलिए सफेद हाथी एक मुहावरा बन गया है.

क्या धरती के नीचे भी झील होती हैं? विश्व में ऐसी कौन सी झील है ?

जमीन की सतह के नीचे भी पानी होता है. हम जिसे ट्यूब वैल का पानी कहते हैं वह भूगर्भीय जल है. यह पानी भी झील की शक्ल में जमा रहता है. जमीन के नीचे चट्टानों के बीच झीलें बन जाती हैं. इन्हें अंग्रेजी में एक्वीफर कहते है. अनेक नदियाँ इन झीलों से निकलती हैं. जमीन के नीचे की इन झीलों में बरसात का और नदियों का या ग्लेशियरों का पानी जमा होता है. ऑस्ट्रेलिया में ग्रेट आर्टेसियन बेसिन सम्भवतः दुनिया की सबसे बड़ी भूगर्भीय झील है. यह तकरीबन 17 लाख वर्ग किलोमीटर एरिया में फैली है. इसी तरह लैटिन अमेरिका का गुआरानी एक्वीफर ब्राज़ील, अर्जेंटीना, पैराग्वे और उरुग्वे के नीचे बना है. केन्द्रीय भूगर्भीय जल बोर्ड ने भारत के एक्विफरों की एटलस जारी की है, जिसमें 14 मुख्य और 42 प्रमुख झीलों का विवरण है. अभी विवरण खोजे ही जा रहे हैं.

प्रभात खबर अवसर में प्रकाशित

2 comments:

  1. बहुत अच्छी ज्ञानवर्धक प्रस्तुति हेतु आभार

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  2. आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन रामधारी सिंह 'दिनकर' और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।

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