Friday, October 19, 2012

कम्बोडिया का राष्ट्रचिह्न है हिन्दू मंदिर



कम्बोडिया का राष्ट्रीय चिह्न क्या है?
कम्बोडिया का राष्ट्रीय चिह्न अंगकोरवाट का प्राचीन हिन्दू मंदिर है। यह मंदिर अपने आकार के कारण दुनिया का सबसे बड़ा धर्मस्थल है। इसका चित्र वहाँ के ध्वज के बीच में लगा है। अंकोरवाट मंदिर का निर्माण सम्राट सूर्यवर्मन द्वितीय (1112-53ई.) के शासनकाल में हुआ था। मीकांग नदी के किनारे सिमरिप शहर में बना यह मंदिर आज भी संसार का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है जो सैकड़ों वर्ग मील में फैला हुआ है।राष्ट्र के लिए सम्मान के प्रतीक इस मंदिर को 1983 से कंबोडिया के राष्ट्रध्वज में स्थान दिया गया है। यह मन्दिर मेरु पर्वत का भी प्रतीक है। इसकी दीवारों पर भारतीय धर्म ग्रंथों के प्रसंगों का चित्रण है। इन प्रसंगों में अप्सराएं बहुत सुंदर चित्रित की गई हैं, असुरों और देवताओं के बीच अमृत मन्थन का दृश्य भी दिखाया गया है। विश्व के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थानों में से एक होने के साथ ही यह मंदिर यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में से एक है। पर्यटक यहाँ केवल वास्तुशास्त्र का अनुपम सौंदर्य देखने ही नहीं आते बल्कि यहाँ का सूर्योदय और सूर्यास्त देखने भी आते हैं। सनातनी लोग इसे पवित्र तीर्थस्थान मानते हैं।


अंगकोरवाट मंदिर की भारत में बनने जा रही प्रतिकृति को प्रतिष्ठित अमेरिकी पत्रिका टाइम ने दुनिया की पांच सबसे आश्चर्यजनक प्रतिकृतियों की सूची में अव्वल माना है। पत्रिका के अनुसार विश्व धरोहर अंगकोरवाट मंदिर की प्रतिकृति बिहार में पवित्र गंगा नदी के किनारे बनाई जा रही है। करीब 40 एकड़ भूमि पर सौ करोड़ रुपए की लागत से भारतीय मंदिर ट्रस्ट इसका निर्माण कराएगा। पत्रिका के अनुसार 222 फीट की यह प्रतिकृति दुनिया में सबसे ऊंचा हिंदू मंदिर हो सकता है। इसका नाम विराट अंगकोरवाट राम मंदिर होगा। इसे भगवान विष्णु की बजाय रामचंद्र को समर्पित किया जाएगा। जिस जगह इसे बनाया जा रहा है वहां के बारे में मान्यता है कि अयोध्या के वनवासी राजा रामचंद्र वहां भी गए थे। इस परियोजना के नियोजक और पूर्व पुलिस अधिकारी किशोर कुणाल के अनुसार जो लोग कंबोडिया जाकर अंगकोरवाट मंदिर नहीं देख पाते, वे यहीं पर असली मंदिर की भव्यता और वैभव के दर्शन कर पाएंगे।



महात्मा बुद्ध ने ध्यान की कौन सी विधि बताई थी?
माना जाता है कि गौतम बुद्ध ने ध्यान की प्राचीन भारतीय पद्धति विपस्सना या विपश्यना के प्रयोग को लोकप्रिय बनाया। विपश्यना आत्मनिरीक्षण द्वारा आत्मशुद्धि की अत्यंत पुरातन साधना-विधि है। जो जैसा है, उसे ठीक वैसा ही देखना-समझना विपश्यना है। लगभग २५०० वर्ष पूर्व गौतम बुद्ध ने विलुप्त हुई इस पद्धति का पुन: अनुसंधान कर इसे सार्वजनीन रोग के सार्वजनीन इलाज, जीवन जीने की कला, के रूप में सर्वसुलभ बनाया। विपश्यना आत्म-निरीक्षण द्वारा आत्मशुद्धि की साधना है। अपने ही शरीर और चित्तधारा पर पल-पल होनेवाली परिवर्तनशील घटनाओं को तटस्थभाव से निरीक्षण करते हुए चित्तविशोधन का अभ्यास हमें सुखशांति का जीवन जीने में मदद करता है। हम अपने भीतर शांति और सामंजस्य का अनुभव कर सकते हैं। हमारे विचार, विकार, भावनाएं, संवेदनाएं जिन वैज्ञानिक नियमों के अनुसार चलते हैं, वे स्पष्ट होते हैं। अपने प्रत्यक्ष अनुभव से हम जानते हैं कि कैसे विकार बनते हैं, कैसे बंधन बंधते हैं और कैसे इनसे छुटकारा पाया जा सकता है। हम सजग, सचेत, संयमित एवं शांतिपूर्ण बनते हैं।

महिलाओं को मताधिकार देने वाला पहला देश कौन सा है?
सन 1893 में महिलाओं को वोट का अधिकार देने वाला पहला देश न्यूज़ीलैंड बना।

कॉर्बेट नेशनल पार्क का संस्थापना वर्ष कौन सा है?
सन 1936 में इसे हेली नेशनल पार्क के रूप में बनाया गया। स्वतंत्रता के बाद सन 1954-55 में इसका नाम बदल कर रामगंगा नेशनल पार्क किया गया और इसका एक साल बाद ही इसे कॉर्बेट नेशनल पार्क का नाम दिया गया।

यूरोप का समुद्रगुप्त किसे कहा जाता है?
हम जानते हैं कि समुद्रगुप्त कौन थे। वे महान गुप्त साम्राज्य में चंद्रगुप्त प्रथम के उत्तराधिकारी थे। उनका कार्यकाल ईसवी सन 335 से 375 है। बाद समुद्रगुप्त मगध के सिंहासन पर बैठा। चंद्रगुप्त के अनेक पुत्र थे। पर गुण और वीरता में समुद्रगुप्त सबसे बढ-चढ़कर थे। लिच्छवी कुमारी श्रीकुमारदेवी का पुत्र होने के कारण भी उसका विशेष महत्त्व था। चंद्रगुप्त ने उन्हें ही अपना उत्तराधिकारी चुना, और अपने इस निर्णय को राज्यसभा बुलाकर सभी सभ्यों के सम्मुख उद्घोषित किया। पर इस कारण उनके कुछ भाई अप्रसन्न हुए और समुद्र गुप्त को शुरू में अपने भाइयों से संघर्ष करना पड़ा। इनका नेता 'काच' था। प्रतीत होता है, कि उन्हें अपने विद्रोह में सफलता भी मिली। 'काच' नाम के कुछ सोने के सिक्के भी उपलब्ध हुए हैं। इनमें गुप्त काल के अन्य सोने की सिक्कों की अपेक्षा सोने की मात्रा बहुत कम है। इससे अनुमान होता है, कि भाइयों की इस कलह में राज्यकोष के ऊपर बहुत बुरा असर पड़ा था, और इसीलिए काच ने अपने सिक्कों में सोने की मात्रा कम कर दी थी। पर काच देर तक समुद्रगुप्त का मुक़ाबला नहीं कर सके। समुद्रगुप्त अनुपम वीर थे। काच ने एक साल के लगभग तक राज्य किया। काच नामक गुप्त राजा की सत्ता को मानने का आधार केवल वे सिक्के हैं, जिन पर उसका नाम 'सर्वराजोच्छेता' विशेषण के साथ दिया गया है। अनेक विद्वानों का मत है, कि काच समुद्रगुप्त का ही नाम था। ये सिक्के उसी के हैं, और बाद में दिग्विजय करके जब वह 'आसमुद्रक्षितीश' बन गया था, तब उसने काच के स्थान पर समुद्रगुप्त नाम धारण कर लिया था। गृहकलह को शान्त कर समुद्रगुप्त ने अपने साम्राज्य के विस्तार के लिए संघर्ष प्रारम्भ किया। उसका समय भारतीय इतिहास में `दिग्विजय` नामक विजय अभियान के लिए प्रसिद्ध है; समुद्रगुप्त ने मथुरा और पद्मावती के नाग राजाओं को पराजित कर उनके राज्यों को अपने अधिकार में ले लिया। उसने वाकाटक राज्य पर विजय प्राप्त कर उसका दक्षिणी भाग, जिसमें चेदि, महाराष्ट्र राज्य थे, वाकाटक राजा रुद्रसेन के अधिकार में छोड़ दिया था। इस विजय के बाद समुद्र गुप्त का राज्य उत्तर में हिमालय, दक्षिण में विंध्य पर्वत, पूर्व में ब्रह्मपुत्र नदी और पश्चिम में चंबल और यमुना नदियों तक हो गया था। बहरहाल समुद्रगुप्त के पराक्रम और विजय अभियानों के कारण कुछ लोग उनकी तुलना नेपोलियन से करते हैं और इसी आधार पर नेपोलियन को यूरोप का समुद्रगुप्त कहा जा सकता है।

पंचतंत्र के लेखक का नाम क्या था?
संस्कृत नीतिकथाओं में पंचतंत्र का पहला स्थान माना जाता है। इसकी रचना तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व के आस- पास निर्धारित की गई है। इस ग्रंथ के रचयिता पं॰ विष्णु शर्मा है। उपलब्ध प्रमाणों के आधार पर कहा जा सकता है कि जब इस ग्रंथ की रचना पूरी हुई, तब उनकी उम्र ८० वर्ष के करीब थी। पंचतंत्र को पाँच तंत्रों (भागों) में बाँटा गया है:
मित्रभेद (मित्रों में मनमुटाव एवं अलगाव)
मित्रलाभ या मित्रसंप्राप्ति (मित्र प्राप्ति एवं उसके लाभ)
काकोलुकीयम् (कौवे एवं उल्लुओं की कथा)
लब्धप्रणाश (मृत्यु या विनाश के आने पर ; यदि जान पर आ बने तो क्या?)
अपरीक्षित कारक (जिसको परखा नहीं गया हो उसे करने से पहले सावधान रहें ; हड़बड़ी में कदम न उठायें)

दारा सिंह की पहली फिल्म और किरदार का नाम क्या था?
दारा सिंह की पहली फिल्म 1952 में बनी संगदिल थी, जिसमें उनकी भूमिका बेहद मामूली थी। हीरो के रूप में उनकी पहली फिल्म थी 1962 में रिलीज़ हुई किंगकांग जिसमें उन्होंने राजा के खोए हुए बेटे जिंगू की भूमिका की।

शाहरुख खान के पिता का नाम क्या है?
ताज मुहम्मद खान

आज हम मानते हैं कि धरती सूर्य का परिक्रमा करती है, पर पुराने ज़माने में माना जाता था कि सूर्य परिक्रमा करता है। आर्यभट ने सैकड़ों साल पहले कहा था कि पृथ्वी परिक्रमा करती है। उस समय वे किस आधार पर ऐसा कह सके?
सौर केन्द्रीयता के सिद्धांत को गणितीय आधार देने का श्रेय हालांकि सोलहवीं सदी में पोलैंड के अध्येता निकोलस कोपरनिकस को जाता है, पर उनके लगभग एक हजार साल पहले भारतीय गणितशास्त्री और खगोलविज्ञानी आर्यभट्ट ने दावा किया था कि पृथ्वी अपनी ही धुरी पर घुमती है और उनके ग्रह सम्बन्धी गृहचक्र मॉडलों के कुछ तत्व उसी गति से घूमते हैं जिस गति से सूर्य के चारों ओर ग्रह घूमते हैं। उनकी पुस्तक आर्य़भटीय और आर्यसिद्धांत में इस आशय की सूचना है। पर लगता है सूर्य सिद्धांत इससे भी पहले भारत में निर्धारित हो गया था। बहरहाल आर्यभट ने शंकु यंत्र, छाया यंत्र, चक्र यंत्र और धनुर यंत्र आदि का विवरण दिया है दो खगोलीय गणनाओं को काम आते थे। उस समय तक बाहरी विश्व में धारणा थी कि आसमान घूमता है, आर्यभट ने कहा कि पृथ्वी अपनी धुरी पर भी घूमती है और सूर्य के चारों ओर घूमती है तथा नक्षत्रों की स्थितियों का बदलना इस गतिविधि से जुड़ा है।

शिवाजी ने कुल कितने युद्ध लड़े?
छत्रपति शिवाजी महाराज का पूरा नाम 'शिवाजी राजे भोंसले' था। शिवाजी का जन्म 19 फ़रवरी, 1630 ई. को शिवनेरी, महाराष्ट्र राज्य में हुआ। इनके पिता का नाम शाहजी भोंसले और माता का नाम जीजाबाई था। शिवाजी भारत में मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। सेनानायक के रूप में शिवाजी की महानता निर्विवाद रही है। शिवाजी ने अपनी एक स्थायी सेना बनाई थी और वर्षाकाल के दौरान सैनिकों को वहाँ रहने का स्थान भी उपलब्ध कराया जाता रहा था। शिवाजी की मृत्यु के समय उनकी सेना में 30-40 हज़ार नियमित और स्थायी रूप से नियुक्त घुड़सवार, एक लाख पदाति और 1260 हाथी थे। उनके तोपखानों के संबंध में ठीक-ठीक जानकारी उपलब्ध नहीं है। किंतु इतना ज्ञात है कि उन्होंने सूरत और अन्य स्थानों पर आक्रमण करते समय तोपखाने का उपयोग किया था। विवरणकारों के अनुसार शिवाजी के पास 250 क़िले थे। जिनकी मरम्मत पर वे बड़ी रक़म खर्च करते थे। प्रत्येक क़िले को तिहरे नियंत्रण में रखा जाता था।
शिवाजी जीवन भर युद्ध लड़ते ही रहे। शुरू में उन्होंने तोरण के दुर्ग पर कब्जा किया, फिर राजगढ़, चावन, कोंढाणा जिसका नाम सिंहगढ़ रखा, सूपा, पुरंदर, कोंकण, ताला, मोजाला, रायटी, जावली...। यह सूची लम्बी है। एक ओर बीजापुर के आदिलशाह और दूसरी ओर मुगलों से उनकी लड़ाइयाँ चलती ही रहीं। आदिलशाह के साथ पुरन्दर, प्रतापगढ़, कोल्हापुर और पन्हाला के युद्ध मशहूर हैं। वहीं मुगलों के साथ उम्बरखिंद, शाइस्ता खान से युद्ध, सूरत की घेराबंदी, सिंहगढ़, वानी-डिडोरी की लड़ाइयाँ मशहूर हैं।

जुगनू क्यों चमकता है?
जुगनू एक प्रकार का उड़ने वाला कीड़ा है, जिसके पेट में रासायनिक क्रिया से रोशनी पैदा होती है। इसे बायोल्युमिनेसेंस कहते हैं। यह कोल्ड लाइट कही जाती है इसमें इंफ्रा रेड और अल्ट्रा वॉयलेट देनों फ्रीक्वेंसी नहीं होतीं।

श्रीलंका को अलग देश के रूप में कब मान्यता मिली?
इतिहासकारों में इस बात की आम धारणा थी कि श्रीलंका के आदिम निवासी और दक्षिण भारत के आदिम मानव एक ही थे। पर अभी ताजा खुदाई से पता चला है कि श्रीलंका के शुरुआती मानव का सम्बंध उत्तर भारत के लोगों से था । भाषिक विश्लेषणों से पता चलता है कि सिंहली भाषा, गुजराती और सिंधी से जुड़ी है। तीसरी सदी ईसा पूर्व मौर्य सम्राट अशोक के पुत्र महेन्द्र के यहां आने पर बौद्ध धर्म का आगमन हुआ । सोलहवीं शताब्दी में यूरोपीय शक्तियों ने श्रीलंका में कदम रखा और श्रीलंका व्यापार का केन्द्र बनता गया । पहले पुर्तगाल ने कोलम्बो के पास अपना दुर्ग बनाया । धीरे धीरे अपना प्रभुत्व आसपास के इलाकों में बना लिया । श्रीलंका के निवासियों में उनके प्रति घृणा घर कर गई । उन्होने डच लोगो से मदद की अपील की । 1630 डचों ने पुर्तगालियों पर हमला बोला और उन्हे मार गिराया । पर उन्होने आम लोगों पर और भी जोरदार कर लगाए । 1660 में एक अंग्रेज का जहाज गलती से इस द्वीप पर आ गया । उसे कैंडी के राजा ने कैद कर लिया । उन्नीस साल तक कारागार में रहने के बाद वह यहां से भाग निकला और उसने अपने अनुभवों पर आधारित एक पुस्तक लिखी जिसके बाद अंग्रेजों का ध्यान भी इसपर गया । उन्होने डच इलाकों पर अधिकार करना आरंभ कर दिया । 1800 इस्वी के आते आते तटीय इलाकों पर अंग्रेजों का अधिकार हो गया । 1818 तक अंतिम राज्य कैंडी के राजा ने भी आत्मसमर्पण कर दिया और इसतरह सम्पूर्ण श्रीलंका पर अंग्रेजों का अधिकार हो गया । 1930 के दशक में स्वाधीनता आंदोलन तेज हुआ । द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद 4 फरवरी 1948 को देश को संयुक्त राजशाही से पूर्ण स्वतंत्रता मिली ।
एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में शामिल

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